Shramik Gramin Awas Yojana श्रमिक ग्रामीण आवास योजना के फॉर्म भरना शुरू, ऐसे करें आवेदनलेकिन यह पैसा केवल ऐसे श्रमिकों को ही मिलता है जो योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपना आवेदन देते हैं। आवेदन की प्रक्रिया को ऑनलाइन माध्यम से पूरा किया जा सकता है। इसलिए अगर आप भी किसी गांव में रहते हैं और एक श्रमिक हैं तो आप अपना घर बनाने के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।
लेकिन अगर आपको नहीं पता कि आप कैसे श्रमिक ग्रामीण आवास योजना का लाभ ले सकते हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल आज के इस पोस्ट में हम आपको इसी से संबंधित पूरी जानकारी उपलब्ध कराने वाले हैं। इसलिए यदि आप अपना मकान बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो हमारा यह आर्टिकल पूरा पढ़िए।
श्रमिक ग्रामीण आवास योजना
श्रमिक ग्रामीण आवास योजना एक ऐसी योजना है जिसके माध्यम से सरकार श्रमिक वर्ग के लोगों को मदद करती है। ऐसे श्रमिक जिनके पास अपना पक्का घर नहीं है वे योजना के तहत लाभ लेकर अपना आवास बना सकते हैं।
यहां आपको बता दें कि योजना के अंतर्गत श्रमिकों को पक्के मकान को बनाने के लिए सरकार की तरफ से 50000 रूपए सब्सिडी के तौर पर दिए जाते हैं। इस प्रकार से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले श्रमिक नागरिक भी अब अपने स्वयं के घर में रह पाएंगे जिससे कि इनके जीवन में भी सुधार देखने को मिलेगा।
Shramik Gramin Awas Yojana Overview
- योजना का नाम श्रमिक ग्रामीण आवास योजना
- संचालक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी
- योजना की धनराशि 1,20,000 रूपए
- सब्सिडी राशि 50,000 रूपए
- श्रेणी सरकारी योजना
- लाभार्थी भारतीय बीपीएल धारक नागरिक
- श्रमिक ग्रामीण आवास योजना का उद्देश्य
- श्रमिक ग्रामीण आवास योजना का उद्देश्य उन श्रमिकों की मदद करना है जो देश के ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। ऐसे लोगों को आवासीय सुविधा को उपलब्ध कराने के लिए ही सरकार ने यह योजना आरंभ की है। इस प्रकार से जो नागरिक अपना आवेदन जमा करते हैं तो इन्हें सरकार आर्थिक सहायता देती है।
सरकार द्वारा दी जाने वाली 50000 रूपए की राशि का उपयोग करके श्रमिक अपना घर बना सकते हैं। इस तरह से इस योजना के माध्यम से सरकार का मुख्य उद्देश्य गरीब और आर्थिक रूप से निर्बल श्रमिकों के जीवन स्तर को सुधारना है। इससे ना केवल इनका सामाजिक जीवन सुधरेगा बल्कि इनके जीवन में आर्थिक सक्षमता भी आएगी।
श्रमिक ग्रामीण आवास योजना के लाभ
श्रमिकों को पीएम आवास योजना ग्रामीण के तहत घर बनाने हेतु 50000 रूपए की सब्सिडी की सहायता अलग से प्रदान की जाती है।
जो श्रमिक मैदानी इलाकों में रहते हैं इन्हें 1.28 लाख रुपए आवास बनाने के लिए मिलते हैं और पहाड़ी क्षेत्र के श्रमिकों को 1.30 लाख रुपए की मदद मिलती है।
लाभार्थी श्रमिक को शौचालय बनाने के लिए 12000 रूपए की राशि भी अतिरिक्त तौर पर मिलती है।
यदि श्रमिक अपने काम को करने के लिए कोई औजार या फिर कोई उपकरण खरीदना चाहते हैं तो ऐसे में इन्हें 10 हजार रुपए तक की मदद भी मिलती है।
श्रमिक ग्रामीण आवास योजना के लिए पात्रता
श्रमिक ग्रामीण व्यक्ति अनिवार्य तौर पर श्रम विभाग में पंजीकृत होना चाहिए।
श्रमिक के पास जरूरी तौर पर श्रमिक कार्ड भी होना चाहिए जिसमें श्रम विभाग द्वारा दिया गया रजिस्ट्रेशन नंबर लिखा होता है।
पीएम आवास योजना के तहत श्रमिक व्यक्ति को आवास निर्माण हेतु स्वीकृति मिलनी आवश्यक है।
श्रमिक ग्रामीण आवास योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज
श्रमिक नागरिक का आधार कार्ड
व्यक्ति के पास श्रम कार्ड और इसका पंजीकरण नंबर होना चाहिए
पीएम आवास योजना के लिए मकान आवंटन हेतु मंजरी पत्र
आय प्रमाण पत्र
बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
निवास का प्रमाण पत्र
पासपोर्ट साइज फोटो
श्रमिक का रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
श्रमिक ग्रामीण आवास योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
अगर आपको श्रमिक ग्रामीण आवास योजना के लिए आवेदन देना है, तो इसके लिए आपको काफी आसान सी प्रक्रिया का पालन करना होता है। बताते चलें कि इसके लिए लोक सेवा केंद्रों के जरिए से श्रमिक व्यक्ति अपना ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं।
ऐसे बहुत सारे श्रम कल्याण केंद्र भी हैं जहां पर श्रमिक ग्रामीण आवास योजना के लिए आवेदन दिया जा सकता है। यदि आपको श…